X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
Virtual rally से cVIGIL app तक, जानिए किस तरह पहली बार डिजिटल होगा इलेक्शन
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. इसके साथ चुनाव आयोग ने कई पाबंदियां पर लागू कर दी हैं, जो डिजिटल इलेक्शन की तरफ ले जाती हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
सिद्धू के तेवरों पर कांग्रेस आलाकमान की चुप्पी कैप्टन के लिए खतरे की घंटी!
'ग्रंथ साहिब' की बेअदबी और कोटकपूरा गोलीकांड से लेकर मुख्य विपक्षी बादल परिवार के साथ कथित सांठगांठ को लेकर सिद्धू लगातार हमलावर बने हुए हैं. पंजाब सरकार के मंत्रियों ने कांग्रेस आलाकमान से इस पर कार्रवाई करने की मांग भी की है. लेकिन, करीब दो साल से जारी इस तनातनी के बावजूद नवजोत सिंह सिद्धू के इन हमलों पर पार्टी आलाकमान 'मौन' साधे हुए है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
पंजाब में सिद्धू की उछलकूद बढ़ने की वजह आखिर है क्या?
बीते कुछ समय से नवजोत सिंह सिद्धू ने पटियाला में अपनी सक्रियता तेज कर दी है. सिद्धू पटियाला में अपना ऑफिस खोल लिया है, जो सीधे तौर पर अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने जैसा है. उनके तेवर कैप्टन के खिलाफ हमेशा से ही तीखे रहे हैं और अब पटियाला में आ धमकने के बाद इसके और बढ़ने की गुंजाइश है.